About the book:
यह मात्र एक कहानी संग्रह ही नहीं है वरन इस पुस्तक के द्वारा लेखिका द्वारा समाज में लुप्त होती जा रही भारतीय सामाजिक तथा सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का प्रयास किया गया है । प्रस्तुत सङ्ग्रह की सभी कहानियों में विभिन्न व्रत पर्व पर कही सुनी जाने वाली कथाओं को उपजीव्य बनाकर उन्हें रोचक ढंग से लिखने का प्रयास किया गया है । कहानियाँ भिन्न भिन्न विषयों पर आधारित हैं । ये कहानियाँ जनमानस में प्रचलित परम्पराओं का पुनरूत्थान करने का एक प्रयास है । कहानियों को अत्यन्त रोचक ढंग से पाठकों की अभिरुचि को ध्यान में रख कर लिखा गया है ।
About the book:
यह मात्र एक कहानी संग्रह ही नहीं है वरन इस पुस्तक के द्वारा लेखिका द्वारा समाज में लुप्त होती जा रही भारतीय सामाजिक तथा सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का प्रयास किया गया है । प्रस्तुत सङ्ग्रह की सभी कहानियों में विभिन्न व्रत पर्व पर कही सुनी जाने वाली कथाओं को उपजीव्य बनाकर उन्हें रोचक ढंग से लिखने का प्रयास किया गया है । कहानियाँ भिन्न भिन्न विषयों पर आधारित हैं । ये कहानियाँ जनमानस में प्रचलित परम्पराओं का पुनरूत्थान करने का एक प्रयास है । कहानियों को अत्यन्त रोचक ढंग से पाठकों की अभिरुचि को ध्यान में रख कर लिखा गया है ।
Naani kahe kahaani: Story collection
124Naani kahe kahaani: Story collection
124Product Details
ISBN-13: | 9789355591326 |
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Publisher: | Pencil |
Publication date: | 12/06/2021 |
Sold by: | PUBLISHDRIVE KFT |
Format: | eBook |
Pages: | 124 |
File size: | 8 MB |
Language: | Hindi |