Mangalsutra
‘मंगलसूत्र’ - प्रेमचंद द्वारा रचित अपूर्ण और साहित्यिक जीवन पर आधारित उपन्यास है। प्रेमचंद जी की लिखी यह आखिरी उपन्यास है, जिसे वो पूरा नहीं कर सके। इस उपन्यास में प्रेमचंद जी ने इस उपन्यास की पात्र देव कुमार के जीवन का अपने जीवन में किए हुए संघर्षों के फलस्वरूप उनको स्वनिर्धारित आदर्शों से विचलित होता हुआ प्रस्तुत किया है। ‘मंगलसूत्र’ के नायक है आदर्शवादी देव कुमार, जिन्होंने अपना जीवन साहित्य साधना में व्यतीत किया है और उनको कुछ व्यसन भी लगे हुए है। जिसके कारण उनका भौतिक जीवन कभी सुखी नहीं रह सका है। लेकिन उनको अपने जीवन में ख्याति बहुत प्राप्त हुई है। देव कुमार के जीवन की आदर्शवादी व्यक्तित्व की कहानी का बारीकी से प्रेमचंद ने अपने इस उपन्यास में वर्णन किया हुआ है।
"1119887375"
Mangalsutra
‘मंगलसूत्र’ - प्रेमचंद द्वारा रचित अपूर्ण और साहित्यिक जीवन पर आधारित उपन्यास है। प्रेमचंद जी की लिखी यह आखिरी उपन्यास है, जिसे वो पूरा नहीं कर सके। इस उपन्यास में प्रेमचंद जी ने इस उपन्यास की पात्र देव कुमार के जीवन का अपने जीवन में किए हुए संघर्षों के फलस्वरूप उनको स्वनिर्धारित आदर्शों से विचलित होता हुआ प्रस्तुत किया है। ‘मंगलसूत्र’ के नायक है आदर्शवादी देव कुमार, जिन्होंने अपना जीवन साहित्य साधना में व्यतीत किया है और उनको कुछ व्यसन भी लगे हुए है। जिसके कारण उनका भौतिक जीवन कभी सुखी नहीं रह सका है। लेकिन उनको अपने जीवन में ख्याति बहुत प्राप्त हुई है। देव कुमार के जीवन की आदर्शवादी व्यक्तित्व की कहानी का बारीकी से प्रेमचंद ने अपने इस उपन्यास में वर्णन किया हुआ है।
0.99 In Stock
Mangalsutra

Mangalsutra

by Premchand
Mangalsutra

Mangalsutra

by Premchand

Available on Compatible NOOK devices, the free NOOK App and in My Digital Library.
WANT A NOOK?  Explore Now

Related collections and offers


Overview

‘मंगलसूत्र’ - प्रेमचंद द्वारा रचित अपूर्ण और साहित्यिक जीवन पर आधारित उपन्यास है। प्रेमचंद जी की लिखी यह आखिरी उपन्यास है, जिसे वो पूरा नहीं कर सके। इस उपन्यास में प्रेमचंद जी ने इस उपन्यास की पात्र देव कुमार के जीवन का अपने जीवन में किए हुए संघर्षों के फलस्वरूप उनको स्वनिर्धारित आदर्शों से विचलित होता हुआ प्रस्तुत किया है। ‘मंगलसूत्र’ के नायक है आदर्शवादी देव कुमार, जिन्होंने अपना जीवन साहित्य साधना में व्यतीत किया है और उनको कुछ व्यसन भी लगे हुए है। जिसके कारण उनका भौतिक जीवन कभी सुखी नहीं रह सका है। लेकिन उनको अपने जीवन में ख्याति बहुत प्राप्त हुई है। देव कुमार के जीवन की आदर्शवादी व्यक्तित्व की कहानी का बारीकी से प्रेमचंद ने अपने इस उपन्यास में वर्णन किया हुआ है।

Product Details

ISBN-13: 9789354621215
Publisher: True Sign Publishing House
Publication date: 04/20/2023
Sold by: Barnes & Noble
Format: eBook
File size: 246 KB
Language: Hindi

About the Author

Munshi Premchand (1880–1936), a prominent figure in Hindi literature, stands as a pioneer of realism. With a masterful blend of storytelling and social critique, he transformed Hindi literature, influencing generations. His works remain relevant, providing insights into India's cultural and social fabric. Premchand’s legacy endures as he continues to inspire readers to contemplate the human experience through his authentic narratives.
From the B&N Reads Blog

Customer Reviews