Bhagvadgita Ke Anmol Moti
भगवद‍्गीता के अनमोल मोती संसार के समस्त प्राणी सुख और सफलता की खोज में व्याकुल हैं। वे सोचते हैं कि हम कुछ भी कर लें, परंतु सुख और सफलता नहीं मिलती। साथ ही, सभी प्राणी आवागमन के कुचक्र से सदा के लिए छुटकारा चाहते हैं। मनुष्य की इन दोनों महत्त्वाकांक्षाओं की पूर्ति के मार्ग भगवद‍्गीता में निहित हैं। 'गीता' एक उत्कृष्‍ट धर्मग्रंथ है। 'गीता' को अनेक बार पढ़ने पर भी ऐसा लगता है कि अभी उसकी गहराई तक नहीं पहुँचा गया है। प्रत्येक बार गीता पढ़ने पर मन में नए-नए विचार उत्पन्न होते हैं, नए-नए रहस्य खुलते हैं। भगवद‍्गीता सुंदर और सरल संस्कृत भाषा में लिखा हुआ पावन ग्रंथ है।
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Bhagvadgita Ke Anmol Moti
भगवद‍्गीता के अनमोल मोती संसार के समस्त प्राणी सुख और सफलता की खोज में व्याकुल हैं। वे सोचते हैं कि हम कुछ भी कर लें, परंतु सुख और सफलता नहीं मिलती। साथ ही, सभी प्राणी आवागमन के कुचक्र से सदा के लिए छुटकारा चाहते हैं। मनुष्य की इन दोनों महत्त्वाकांक्षाओं की पूर्ति के मार्ग भगवद‍्गीता में निहित हैं। 'गीता' एक उत्कृष्‍ट धर्मग्रंथ है। 'गीता' को अनेक बार पढ़ने पर भी ऐसा लगता है कि अभी उसकी गहराई तक नहीं पहुँचा गया है। प्रत्येक बार गीता पढ़ने पर मन में नए-नए विचार उत्पन्न होते हैं, नए-नए रहस्य खुलते हैं। भगवद‍्गीता सुंदर और सरल संस्कृत भाषा में लिखा हुआ पावन ग्रंथ है।
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Bhagvadgita Ke Anmol Moti

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by Gk Varshney
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Overview

भगवद‍्गीता के अनमोल मोती संसार के समस्त प्राणी सुख और सफलता की खोज में व्याकुल हैं। वे सोचते हैं कि हम कुछ भी कर लें, परंतु सुख और सफलता नहीं मिलती। साथ ही, सभी प्राणी आवागमन के कुचक्र से सदा के लिए छुटकारा चाहते हैं। मनुष्य की इन दोनों महत्त्वाकांक्षाओं की पूर्ति के मार्ग भगवद‍्गीता में निहित हैं। 'गीता' एक उत्कृष्‍ट धर्मग्रंथ है। 'गीता' को अनेक बार पढ़ने पर भी ऐसा लगता है कि अभी उसकी गहराई तक नहीं पहुँचा गया है। प्रत्येक बार गीता पढ़ने पर मन में नए-नए विचार उत्पन्न होते हैं, नए-नए रहस्य खुलते हैं। भगवद‍्गीता सुंदर और सरल संस्कृत भाषा में लिखा हुआ पावन ग्रंथ है।

Product Details

ISBN-13: 9789380823843
Publisher: Prabhat Prakashan Pvt Ltd
Publication date: 01/01/2017
Pages: 112
Product dimensions: 5.50(w) x 8.50(h) x 0.44(d)
Language: Hindi
From the B&N Reads Blog

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