Bhagvadgita Ke Anmol Moti
भगवद्गीता के अनमोल मोती संसार के समस्त प्राणी सुख और सफलता की खोज में व्याकुल हैं। वे सोचते हैं कि हम कुछ भी कर लें, परंतु सुख और सफलता नहीं मिलती। साथ ही, सभी प्राणी आवागमन के कुचक्र से सदा के लिए छुटकारा चाहते हैं। मनुष्य की इन दोनों महत्त्वाकांक्षाओं की पूर्ति के मार्ग भगवद्गीता में निहित हैं। 'गीता' एक उत्कृष्ट धर्मग्रंथ है। 'गीता' को अनेक बार पढ़ने पर भी ऐसा लगता है कि अभी उसकी गहराई तक नहीं पहुँचा गया है। प्रत्येक बार गीता पढ़ने पर मन में नए-नए विचार उत्पन्न होते हैं, नए-नए रहस्य खुलते हैं। भगवद्गीता सुंदर और सरल संस्कृत भाषा में लिखा हुआ पावन ग्रंथ है।
1144375688
Bhagvadgita Ke Anmol Moti
भगवद्गीता के अनमोल मोती संसार के समस्त प्राणी सुख और सफलता की खोज में व्याकुल हैं। वे सोचते हैं कि हम कुछ भी कर लें, परंतु सुख और सफलता नहीं मिलती। साथ ही, सभी प्राणी आवागमन के कुचक्र से सदा के लिए छुटकारा चाहते हैं। मनुष्य की इन दोनों महत्त्वाकांक्षाओं की पूर्ति के मार्ग भगवद्गीता में निहित हैं। 'गीता' एक उत्कृष्ट धर्मग्रंथ है। 'गीता' को अनेक बार पढ़ने पर भी ऐसा लगता है कि अभी उसकी गहराई तक नहीं पहुँचा गया है। प्रत्येक बार गीता पढ़ने पर मन में नए-नए विचार उत्पन्न होते हैं, नए-नए रहस्य खुलते हैं। भगवद्गीता सुंदर और सरल संस्कृत भाषा में लिखा हुआ पावन ग्रंथ है।
29.99
In Stock
5
1
Bhagvadgita Ke Anmol Moti
112Bhagvadgita Ke Anmol Moti
112Hardcover
$29.99
29.99
In Stock
Product Details
ISBN-13: | 9789380823843 |
---|---|
Publisher: | Prabhat Prakashan Pvt Ltd |
Publication date: | 01/01/2017 |
Pages: | 112 |
Product dimensions: | 5.50(w) x 8.50(h) x 0.44(d) |
Language: | Hindi |
From the B&N Reads Blog