जब रावण ने कहा जय श्री राम: कहानी तो आप जानते ì

जब रावण ने कहा जय श्री राम कहानी तो आप जानते हैं, पर ये पात्र नहीं।

यह मोहक कथा आपको प्राचीन महाकाव्य रामायण की एक नई, अज्ञात दृष्टि से रूबरू कराती है, जिसमें अद्भुत वर्णन, शक्तिशाली संवाद और गहरी कहानी के साथ एक बिल्कुल नया और अछूता दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया है। इस यात्रा में अज्ञात पात्र और अनसुने प्रसंगों से मिलिए, जहाँ असली रावण की आत्म-अन्वेषण और मुक्ति की अविश्वसनीय यात्रा सामने आती है। एक अपरिचित संसार में जागते हुए रावण अपने सबसे गहरे पापों का सामना करता है। यह कहानी आपके विश्वासों और धारणाओं को चुनौती देने के साथ-साथ आपकी कल्पना को प्रज्वलित करने के लिए तैयार है।

"जब रावण ने कहा 'जय श्री राम'" में हमारे साथ जुड़ें और महाकाव्य रामायण के छिपे हुए अध्यायों के माध्यम से इस अविस्मरणीय यात्रा पर निकलें।

डॉ. विरूति शिवन

1146671089
जब रावण ने कहा जय श्री राम: कहानी तो आप जानते ì

जब रावण ने कहा जय श्री राम कहानी तो आप जानते हैं, पर ये पात्र नहीं।

यह मोहक कथा आपको प्राचीन महाकाव्य रामायण की एक नई, अज्ञात दृष्टि से रूबरू कराती है, जिसमें अद्भुत वर्णन, शक्तिशाली संवाद और गहरी कहानी के साथ एक बिल्कुल नया और अछूता दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया है। इस यात्रा में अज्ञात पात्र और अनसुने प्रसंगों से मिलिए, जहाँ असली रावण की आत्म-अन्वेषण और मुक्ति की अविश्वसनीय यात्रा सामने आती है। एक अपरिचित संसार में जागते हुए रावण अपने सबसे गहरे पापों का सामना करता है। यह कहानी आपके विश्वासों और धारणाओं को चुनौती देने के साथ-साथ आपकी कल्पना को प्रज्वलित करने के लिए तैयार है।

"जब रावण ने कहा 'जय श्री राम'" में हमारे साथ जुड़ें और महाकाव्य रामायण के छिपे हुए अध्यायों के माध्यम से इस अविस्मरणीय यात्रा पर निकलें।

डॉ. विरूति शिवन

18.99 In Stock
जब रावण ने कहा जय श्री राम: कहानी तो आप जानते ì

जब रावण ने कहा जय श्री राम: कहानी तो आप जानते ì

by Viruti Shivan
जब रावण ने कहा जय श्री राम: कहानी तो आप जानते ì

जब रावण ने कहा जय श्री राम: कहानी तो आप जानते ì

by Viruti Shivan

Paperback

$18.99 
  • SHIP THIS ITEM
    Ships in 1-2 days
  • PICK UP IN STORE

    Your local store may have stock of this item.

Related collections and offers


Overview

जब रावण ने कहा जय श्री राम कहानी तो आप जानते हैं, पर ये पात्र नहीं।

यह मोहक कथा आपको प्राचीन महाकाव्य रामायण की एक नई, अज्ञात दृष्टि से रूबरू कराती है, जिसमें अद्भुत वर्णन, शक्तिशाली संवाद और गहरी कहानी के साथ एक बिल्कुल नया और अछूता दृष्टिकोण प्रस्तुत किया गया है। इस यात्रा में अज्ञात पात्र और अनसुने प्रसंगों से मिलिए, जहाँ असली रावण की आत्म-अन्वेषण और मुक्ति की अविश्वसनीय यात्रा सामने आती है। एक अपरिचित संसार में जागते हुए रावण अपने सबसे गहरे पापों का सामना करता है। यह कहानी आपके विश्वासों और धारणाओं को चुनौती देने के साथ-साथ आपकी कल्पना को प्रज्वलित करने के लिए तैयार है।

"जब रावण ने कहा 'जय श्री राम'" में हमारे साथ जुड़ें और महाकाव्य रामायण के छिपे हुए अध्यायों के माध्यम से इस अविस्मरणीय यात्रा पर निकलें।

डॉ. विरूति शिवन


Product Details

ISBN-13: 9798227206527
Publisher: Viruti Shivan
Publication date: 11/29/2024
Pages: 146
Product dimensions: 6.00(w) x 9.00(h) x 0.34(d)
Language: Hindi
From the B&N Reads Blog

Customer Reviews