महान उपन्यासकर मुंशी प्रेमचंद ने प्रस्तुत उपन्यास ‘गोदान’ में सामाजिक-आर्थिक चेतना को चित्रित किया है। इस उपन्यास में ब्रिटिश युग के दौरान गरीब ग्रामीणों की स्थिति पर प्रकाश डाला गया है। प्रस्तुत कथानक में होरी और धनिया सामाजिक वर्ग संघर्ष के अमर प्रतीक हैं।
Godan (godana)
महान उपन्यासकर मुंशी प्रेमचंद ने प्रस्तुत उपन्यास ‘गोदान’ में सामाजिक-आर्थिक चेतना को चित्रित किया है। इस उपन्यास में ब्रिटिश युग के दौरान गरीब ग्रामीणों की स्थिति पर प्रकाश डाला गया है। प्रस्तुत कथानक में होरी और धनिया सामाजिक वर्ग संघर्ष के अमर प्रतीक हैं।
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Product Details
BN ID: | 2940152464665 |
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Publisher: | Durlabh eSahitya Corner |
Publication date: | 11/12/2015 |
Sold by: | Smashwords |
Format: | eBook |
File size: | 616 KB |
Language: | Hindi |
From the B&N Reads Blog